पोर्ट सूडान, 6 नवंबर (आईएएनएस)। एमएसएफ ने घोषणा की है कि उसने एल फशेर में आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों के लिए अकाल प्रभावित शिविर में गतिविधियां फिर से शुरू कर दी हैं। एल फशेर सूडान के उत्तरी दारफुर राज्य की राजधानी है।

गैर-सरकारी मेडिकल सहायता समूह डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (एमएसएफ) ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, "60 दिनों के बाद, हमने अपना फुल आउटपेशंट न्यूट्रिशन प्रोग्राम फिर से शुरू किया है, क्योंकि हमें जीवनरक्षक रेडी-टू-यूज चिकित्सीय भोजन और अन्य मेडिकल सप्लाई के 2,433 बक्से प्राप्त हुए हैं।"

संगठन ने कहा, "यह केवल पांच हफ्ते के लिए काफी है, सितंबर में हमारे पास चिकित्सीय भोजन की सप्लाई इतनी कम हो गई थी कि हमें तीव्र भूख संकट के बीच पांच वर्ष से कम आयु के 5,000 बच्चों को जीवन रक्षक उपचार प्रदान करना बंद करना पड़ा।"

अगस्त की शुरुआत में, एमएसएफ ने बताया था कि उसे जमजम शिविर में उपचार प्राप्त कर रहे कुपोषित बच्चों की संख्या कम करने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि अर्धसैनिक बल, रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) ने मेडिकल सप्लाई पर रोक लगा दी थी। जमजम शिविर सूडान के दारफुर क्षेत्र में विस्थापितों के सबसे बड़े शिविरों में से एक है।

सूडान अप्रैल 2023 के मध्य से सूडानी सशस्त्र बलों (एसएएफ) और आरएसएफ के बीच घातक संघर्ष से तबाह हो गया है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, 14 अक्टूबर को आर्म्ड कॉन्फ्लिक्ट लोकेशन एंड इवेंट डाटा प्रोजेक्ट की ओर से जारी स्टेट्स रिपोर्ट के अनुसार, संघर्ष के चलते 24,850 से अधिक मौतें हुई हैं।

10 मई से एल फशर में देश के दो विरोधी दलों के बीच भीषण झड़पें चल रही हैं।

अक्टूबर के अंत में, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने युद्धग्रस्त सूडान में शत्रुता समाप्त करने और नागरिकों की सुरक्षा के लिए कोशिशें करने की अपील की थी।

--आईएएनएस

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