आजकल राहुल गांधी समेत पूरा विपक्ष जातिगत जनगणना की बकलोली करके जनता को गुमराह कर रहा है और देश की एकता अखण्डता और प्रगति में रोड़ा बनने वाले जातिवाद को बढ़ावा दे रहा है.

आइए आपको जातिगत जनगणना के कुछ फैक्ट बताते हैं जो राहुल गांधी व पूरा घमंडीया ठगबंधन आपसे बड़ी चालाकी से छुपा रहा है!

कॉंग्रेस ने 5000 करोड़ रुपये खर्च करके 2011 में जातिगत जनगणना करवायी थी.

कॉंग्रेस सरकार ने 2011 के जातिगत जनगणना के आंकड़े को कभी सार्वजानिक नहीं किया क्योंकि उसमे भयंकर गलतियां थी.

2011 की जातिगत जनगणना में लोगों ने जाति, उप-जाति, नाम, उप-नाम, गोत्र, समुदाय के नाम दर्ज करा दिए। जिसके परिणाम स्वरूप 1931 की जातीय जनगणना के अनुसार 4147 जातियां थी जो 2011 की जातीय जनगणना में 46 लाख जातियां हो गई.

पूरे देश में सामाजिक, आर्थिक और जातीय जनगणना - 2011 में 1 करोड़ 18 लाख त्रुटियां पाई गईं।

एक-एक जाति को 45 प्रकार से दर्ज कर दिया गया था।

2011 की जातीय जनगणना के आँकड़ों में इतनी अशुद्धि, विसंगति और त्रुटियां थीं कि उनका वर्गीकरण करना संभव नहीं था।

आँकड़ों की इस भारी विसंगतियों का हवाला देकर कांग्रेस की केन्‍द्र सरकार ने सामाजिक, आर्थिक और जातीय जनगणना - 2011 के जातीय आंकड़ों को सार्वजनिक नहीं किया।

इतना ही नहीं 2015 में कर्नाटक की तत्‍कालीन कांग्रेस सरकार ने 147 करोड़ रुपये खर्च कर राज्‍य में जातीय गणना करायी थी परन्‍तु कुल प्रमुख जातियों की संख्‍या अपेक्षा से काफी कम पाये जाने पर आँकड़ों को आज तक सार्वजनिक नहीं किया गया।

राहुल गांधी के परिवार ने ने बार-बार ओबीसी समाज का अपमान किया है। इंदिरा गांधी ने मण्डल कमीशन की रिपोर्ट को मान्यता नहीं दी, राजीव गांधी ने विरोध किया, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद, 1995 में, ओबीसी समाज को केंद्रीय नौकरियों में आरक्षण देने के लिए मजबूर होना पड़ा।

आज राहुल बाबा समेत पूरा विपक्ष ओबीसी और जातीय जनगणना की बकलोली करके चुनाव जीतना चाहते है. राहुल गांधी झूठ और फ़रेब की राजनीति करते हैं.

कॉंग्रेस हमेशा बाँटो और राज करो के फॉर्मूले पर राज करती आई है. कॉंग्रेस ने पहले धर्म के आधार पर अखंड भारत को खण्डित किया. उसके बाद सनातनियों को जाति और धर्म के नाम पर बांटने का कार्य किया.

कॉंग्रेस ने सिखों को हिन्दुओ से अलग किया. जातिवाद को बढ़ावा देकर हिन्दुओ को आपस में लड़वाने का काम अभी तक कर रही है.

कॉंग्रेस ने 60 साल तक भारत में एकछत्र कुशासन करने के दौरान बड़ी संख्या मे हिन्दुओ का धर्मांतरण भी कराया जो आज भी चोरी छुपे जारी है.

जो काम मुगल आक्रमणकारी और अंग्रेज नहीं कर सके वो काम करने का जिम्मा उन्होंने कॉंग्रेस को सौंप दिया था. कॉंग्रेस ने 60 साल के कुशासन मे मुग़लों और अंग्रेजों के एजेंडे को आगे बढ़ाने का काम किया है. आज भी कॉंग्रेस यही कर रहीं है.

मुझे यह देखकर बड़ा दुख होता है कि कुछ हिन्दू चंद पैसों, पद, प्रतिष्ठा के लालच में कैसे अपने ही देश और अपने ही धर्म, अपने ही लोगों के साथ गद्दारी, विश्वासघात कर रहे है.

भारत की बहुसंख्यक जनता को इस षड्यंत्र को समझना होगा और ऐसे षडयंत्रकारियों को लोकतांत्रिक ढंग से सबक सिखाना होगा.

कॉंग्रेस समेत घमंडीया ठगबंधन को वोट देना, समर्थन करना मतलब अपने देश, अपने धर्म से गद्दारी करने के समान है. ये बहुत बड़ा पाप है. इस पाप का भागीदार बनने से बचिए वर्ना ना ये देश बचेगा ना हिन्दू (सनातन) धर्म बचेगा.

जिस देश, जिस धर्म को बचाने के लिए क्षत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, रानी लक्ष्मीबाई जैसे अनेकों वीरों ने अपने प्राण आहूत किये, जाने अनजाने हम आज तक कॉंग्रेस व घमंडीया ठगबंधन को वोट देकर अपने देश और धर्म से गद्दारी करते चले आ रहे हैं और वीरों की प्राण आहुति को अपमानित कर रहे हैं. 😔

✍️ Abhijeet Srivastava
आजकल राहुल गांधी समेत पूरा विपक्ष जातिगत जनगणना की बकलोली करके जनता को गुमराह कर रहा है और देश की एकता अखण्डता और प्रगति में रोड़ा बनने वाले जातिवाद को बढ़ावा दे रहा है. आइए आपको जातिगत जनगणना के कुछ फैक्ट बताते हैं जो राहुल गांधी व पूरा घमंडीया ठगबंधन आपसे बड़ी चालाकी से छुपा रहा है! कॉंग्रेस ने 5000 करोड़ रुपये खर्च करके 2011 में जातिगत जनगणना करवायी थी. कॉंग्रेस सरकार ने 2011 के जातिगत जनगणना के आंकड़े को कभी सार्वजानिक नहीं किया क्योंकि उसमे भयंकर गलतियां थी. 2011 की जातिगत जनगणना में लोगों ने जाति, उप-जाति, नाम, उप-नाम, गोत्र, समुदाय के नाम दर्ज करा दिए। जिसके परिणाम स्वरूप 1931 की जातीय जनगणना के अनुसार 4147 जातियां थी जो 2011 की जातीय जनगणना में 46 लाख जातियां हो गई. पूरे देश में सामाजिक, आर्थिक और जातीय जनगणना - 2011 में 1 करोड़ 18 लाख त्रुटियां पाई गईं। एक-एक जाति को 45 प्रकार से दर्ज कर दिया गया था। 2011 की जातीय जनगणना के आँकड़ों में इतनी अशुद्धि, विसंगति और त्रुटियां थीं कि उनका वर्गीकरण करना संभव नहीं था। आँकड़ों की इस भारी विसंगतियों का हवाला देकर कांग्रेस की केन्‍द्र सरकार ने सामाजिक, आर्थिक और जातीय जनगणना - 2011 के जातीय आंकड़ों को सार्वजनिक नहीं किया। इतना ही नहीं 2015 में कर्नाटक की तत्‍कालीन कांग्रेस सरकार ने 147 करोड़ रुपये खर्च कर राज्‍य में जातीय गणना करायी थी परन्‍तु कुल प्रमुख जातियों की संख्‍या अपेक्षा से काफी कम पाये जाने पर आँकड़ों को आज तक सार्वजनिक नहीं किया गया। राहुल गांधी के परिवार ने ने बार-बार ओबीसी समाज का अपमान किया है। इंदिरा गांधी ने मण्डल कमीशन की रिपोर्ट को मान्यता नहीं दी, राजीव गांधी ने विरोध किया, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद, 1995 में, ओबीसी समाज को केंद्रीय नौकरियों में आरक्षण देने के लिए मजबूर होना पड़ा। आज राहुल बाबा समेत पूरा विपक्ष ओबीसी और जातीय जनगणना की बकलोली करके चुनाव जीतना चाहते है. राहुल गांधी झूठ और फ़रेब की राजनीति करते हैं. कॉंग्रेस हमेशा बाँटो और राज करो के फॉर्मूले पर राज करती आई है. कॉंग्रेस ने पहले धर्म के आधार पर अखंड भारत को खण्डित किया. उसके बाद सनातनियों को जाति और धर्म के नाम पर बांटने का कार्य किया. कॉंग्रेस ने सिखों को हिन्दुओ से अलग किया. जातिवाद को बढ़ावा देकर हिन्दुओ को आपस में लड़वाने का काम अभी तक कर रही है. कॉंग्रेस ने 60 साल तक भारत में एकछत्र कुशासन करने के दौरान बड़ी संख्या मे हिन्दुओ का धर्मांतरण भी कराया जो आज भी चोरी छुपे जारी है. जो काम मुगल आक्रमणकारी और अंग्रेज नहीं कर सके वो काम करने का जिम्मा उन्होंने कॉंग्रेस को सौंप दिया था. कॉंग्रेस ने 60 साल के कुशासन मे मुग़लों और अंग्रेजों के एजेंडे को आगे बढ़ाने का काम किया है. आज भी कॉंग्रेस यही कर रहीं है. मुझे यह देखकर बड़ा दुख होता है कि कुछ हिन्दू चंद पैसों, पद, प्रतिष्ठा के लालच में कैसे अपने ही देश और अपने ही धर्म, अपने ही लोगों के साथ गद्दारी, विश्वासघात कर रहे है. भारत की बहुसंख्यक जनता को इस षड्यंत्र को समझना होगा और ऐसे षडयंत्रकारियों को लोकतांत्रिक ढंग से सबक सिखाना होगा. कॉंग्रेस समेत घमंडीया ठगबंधन को वोट देना, समर्थन करना मतलब अपने देश, अपने धर्म से गद्दारी करने के समान है. ये बहुत बड़ा पाप है. इस पाप का भागीदार बनने से बचिए वर्ना ना ये देश बचेगा ना हिन्दू (सनातन) धर्म बचेगा. जिस देश, जिस धर्म को बचाने के लिए क्षत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, रानी लक्ष्मीबाई जैसे अनेकों वीरों ने अपने प्राण आहूत किये, जाने अनजाने हम आज तक कॉंग्रेस व घमंडीया ठगबंधन को वोट देकर अपने देश और धर्म से गद्दारी करते चले आ रहे हैं और वीरों की प्राण आहुति को अपमानित कर रहे हैं. 😔 ✍️ Abhijeet Srivastava
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