@mkstalin प्रशासन आरती प्लेटों पर श्रद्धालुओं द्वारा छोड़े गए चंदा लेने के लिए मंदिर के पुजारियों को गिरफ़्तार कर रहा है। यह फासीवाद और भेदभाव का सबसे स्पष्ट प्रदर्शन है। तमिलनाडु में मंदिर के पुजारियों को एक कुछ ही पैसे मिलते हैं। हुंडी में जमा होने वाला धन सरकार को लूटने के लिए जाता है। यह स्वीकृति थी कि पुजारियों को आरती स्थल पर श्रद्धालुओं द्वारा दिया गया धन मिलता है। लेकिन अब स्टालिन के पास उस पर भी अपनी बुराई की नज़र है! @trramesh @annamalai_k @amarprasadreddy क्या आप इस मुद्दे को उठा सकते हैं?
@mkstalin प्रशासन आरती प्लेटों पर श्रद्धालुओं द्वारा छोड़े गए चंदा लेने के लिए मंदिर के पुजारियों को गिरफ़्तार कर रहा है। यह फासीवाद और भेदभाव का सबसे स्पष्ट प्रदर्शन है। तमिलनाडु में मंदिर के पुजारियों को एक कुछ ही पैसे मिलते हैं। हुंडी में जमा होने वाला धन सरकार को लूटने के लिए जाता है। यह स्वीकृति थी कि पुजारियों को आरती स्थल पर श्रद्धालुओं द्वारा दिया गया धन मिलता है। लेकिन अब स्टालिन के पास उस पर भी अपनी बुराई की नज़र है! @trramesh @annamalai_k @amarprasadreddy क्या आप इस मुद्दे को उठा सकते हैं?
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