• The fifth day is dedicated to the Goddess Skand Mata, the mother of ‘Skanda’ or Lord ‘Kartikeya, who was chosen by Gods as their commander in chief in the war against the demons.

    Skandmata is portrayed holding lord Skanda in his infant form. She is a symbol of the mother-son relationship. She has four arms, holding lotus flower in two arms, three eyes and a bright complexion.

    सिंघासनगता नित्यम पद्माश्रितकरया |
    शुभदास्तुसदा देवीस्कन्दमातायशश्विनी ।।

    #Navratri2023 #DurgaPuja2023
    The fifth day is dedicated to the Goddess Skand Mata, the mother of ‘Skanda’ or Lord ‘Kartikeya, who was chosen by Gods as their commander in chief in the war against the demons. Skandmata is portrayed holding lord Skanda in his infant form. She is a symbol of the mother-son relationship. She has four arms, holding lotus flower in two arms, three eyes and a bright complexion. सिंघासनगता नित्यम पद्माश्रितकरया | शुभदास्तुसदा देवीस्कन्दमातायशश्विनी ।। #Navratri2023 #DurgaPuja2023
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  • On the fourth day, we bow to Maa Kushmanda, the radiant creator of the universe. Her divine energy illuminates every star, planet, and galaxy. With each sunrise, she reminds us of her boundless love and grace.

    #MaaKushmanda #RadiantCreator #Navratri2023 #DivineLight
    On the fourth day, we bow to Maa Kushmanda, the radiant creator of the universe. Her divine energy illuminates every star, planet, and galaxy. With each sunrise, she reminds us of her boundless love and grace. #MaaKushmanda #RadiantCreator #Navratri2023 #DivineLight
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  • Kushmanda devi is worshiped on the fourth day of the festival of Navaratri (nine nights of Navadurga) and She is believed to improve health and bestow wealth and strength. Goddess Kushmanda has eight hands and because of that She is also known as Ashtabhuja Devi.

    It is believed that all the power to bestow Siddhis and Niddhis are located in her *** Mala. She also likes Bali of pumpkin that is known as Kushmanda in sanskrit due to which She is popularly known as Goddess Kushmanda

    सुरासम्पूर्ण कलशं रुधिराप्लुतमेव च ।
    दधाना हस्तपद्मभ्यां कृष्णाण्डाशुभदास्तु मे ।

    #Navratri2023 #DurgaPuja2023
    @VedicGyan
    Kushmanda devi is worshiped on the fourth day of the festival of Navaratri (nine nights of Navadurga) and She is believed to improve health and bestow wealth and strength. Goddess Kushmanda has eight hands and because of that She is also known as Ashtabhuja Devi. It is believed that all the power to bestow Siddhis and Niddhis are located in her Jap Mala. She also likes Bali of pumpkin that is known as Kushmanda in sanskrit due to which She is popularly known as Goddess Kushmanda सुरासम्पूर्ण कलशं रुधिराप्लुतमेव च । दधाना हस्तपद्मभ्यां कृष्णाण्डाशुभदास्तु मे । #Navratri2023 #DurgaPuja2023 @VedicGyan
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  • 🙏🏼 माँ दुर्गा के नौ रूप 🌸

    नवरात्रि के पवित्र त्योहार को मनाते हुए, चलिए देखते हैं मां दुर्गा के नौ शक्तिशाली रूप, जो प्रत्येक विशेष गुण और ब्रह्मांडीय ऊर्जा को प्रतिनिधित्व करते हैं।

    1️⃣ शैलपुत्री: शक्ति और दृढ़ता की प्रतिमा।

    मंत्र: ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः॥

    2️⃣ ब्रह्मचारिणी: आध्यात्मिकता और ज्ञान का प्रतीक।

    मंत्र: ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः॥

    3️⃣ चंद्रघंटा: शांति और स्थिरता की किरण।

    मंत्र: ॐ देवी चंद्रघंटायै नमः॥

    4️⃣ कूष्माण्डा: स्वास्थ्य, धन और शक्ति की प्रदाता।

    मंत्र: ॐ देवी कूष्माण्डायै नमः॥

    5️⃣ स्कंदमाता: प्रेम और देखभाल की पोषक मां।

    मंत्र: ॐ देवी स्कंदमातायै नमः॥

    6️⃣ कात्यायनी: योद्धा देवी, साहस और वीरता की प्रतिमा।

    मंत्र: ॐ देवी कात्यायन्यै नमः॥

    7️⃣ कालरात्रि: अज्ञान और अंधकार को नष्ट करने वाली भयंकर रूप।

    मंत्र: ॐ देवी कालरात्र्यै नमः॥

    8️⃣ महागौरी: शुद्धता और शांति की प्रतिमा।

    मंत्र: ॐ देवी महागौर्यै नमः॥

    9️⃣ सिद्धिदात्री: ज्ञान और अलौकिक शक्तियों की प्रदाता।

    मंत्र: ॐ देवी सिद्धिदात्र्यै नमः॥

    इस पवित्र समय में हर रूप की पूजा और आशीर्वाद का लाभ लेते हैं। जय माँ दुर्गा! 🌺🕉

    #Navratri2023 #DurgaPuja2023
    🙏🏼 माँ दुर्गा के नौ रूप 🌸 नवरात्रि के पवित्र त्योहार को मनाते हुए, चलिए देखते हैं मां दुर्गा के नौ शक्तिशाली रूप, जो प्रत्येक विशेष गुण और ब्रह्मांडीय ऊर्जा को प्रतिनिधित्व करते हैं। 1️⃣ शैलपुत्री: शक्ति और दृढ़ता की प्रतिमा। मंत्र: ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः॥ 2️⃣ ब्रह्मचारिणी: आध्यात्मिकता और ज्ञान का प्रतीक। मंत्र: ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः॥ 3️⃣ चंद्रघंटा: शांति और स्थिरता की किरण। मंत्र: ॐ देवी चंद्रघंटायै नमः॥ 4️⃣ कूष्माण्डा: स्वास्थ्य, धन और शक्ति की प्रदाता। मंत्र: ॐ देवी कूष्माण्डायै नमः॥ 5️⃣ स्कंदमाता: प्रेम और देखभाल की पोषक मां। मंत्र: ॐ देवी स्कंदमातायै नमः॥ 6️⃣ कात्यायनी: योद्धा देवी, साहस और वीरता की प्रतिमा। मंत्र: ॐ देवी कात्यायन्यै नमः॥ 7️⃣ कालरात्रि: अज्ञान और अंधकार को नष्ट करने वाली भयंकर रूप। मंत्र: ॐ देवी कालरात्र्यै नमः॥ 8️⃣ महागौरी: शुद्धता और शांति की प्रतिमा। मंत्र: ॐ देवी महागौर्यै नमः॥ 9️⃣ सिद्धिदात्री: ज्ञान और अलौकिक शक्तियों की प्रदाता। मंत्र: ॐ देवी सिद्धिदात्र्यै नमः॥ इस पवित्र समय में हर रूप की पूजा और आशीर्वाद का लाभ लेते हैं। जय माँ दुर्गा! 🌺🕉 #Navratri2023 #DurgaPuja2023
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