• ऋषि, मुनि, साधु, संत, महर्षि, संन्यासी, महात्मा में क्या अंतर हैं?
    सनातन धर्म में ऋषि, मुनि, साधु, संत, महर्षि, संन्यासी, एवं महात्मा जैसे विभूतियों का उल्लेख बहुत आदर और सम्मान से किया जाता है। हालांकि, आधुनिक युग में अक्सर इन शब्दों को पर्यायवाची मान लिया जाता है, जबकि इन सभी में स्पष्ट और महत्वपूर्ण भिन्नताएँ हैं। आइए इन सभी उपाधियों के बीच के अंतर को विस्तार से समझें। ऋषि ऋषि वे विद्वान होते हैं जिन्होंने वैदिक ग्रंथों की रचना की है। उन्हें अपने कठोर...
    0 Comments 0 Shares 5030 Views 0 Reviews
  • कैबिनेट की महत्वपूर्ण निर्णयों की रिपोर्ट
    ऑफशोर विंड ऊर्जा परियोजनाओं की मंजूरी: कैबिनेट ने "ऐतिहासिक निर्णय" लेते हुए 500 मेगावाट क्षमता की दो ऑफशोर विंड ऊर्जा परियोजनाओं को मंजूरी दी है। यह कदम देश की ऊर्जा सुरक्षा और हरित ऊर्जा स्रोतों की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा। वधावन मेगा पोर्ट परियोजना की मंजूरी: कैबिनेट ने महाराष्ट्र के पालघर में वधावन मेगा पोर्ट परियोजना को मंजूरी दी है, जिसकी कुल लागत ₹76,200 करोड़ है। यह परियोजना न...
    0 Comments 0 Shares 2838 Views 0 Reviews
  • तार काटे महानगरमै इन्टरनेट 'ब्ल्याक आउट' हुन्छ- आइस्पान
    अव्यवस्थित तारहरूका कारण सहर कुरूप देखिनुका साथै दुर्घटना निम्त्याएको भन्दै काठमाडौं महानगरपालिकाले सम्बन्धित निकायहरूलाई तारको उचित व्यवस्थापन गर्न झक्झकाइरहेको छ। वैशाख १२ गते महानगरले १५ दिने अल्टिमेटम दिँदै आगामी वैशाख २७ गतेसम्म तारको उचित व्यवस्थापन नभए वैशाख २८ गतेदेखि आफैं तार काटिदिने चेतावनी दिएको छ। महानगरले टेलिफोन, इन्टरनेट तथा केबलका तारहरू अव्यवस्थित भएको बताएको छ। यी तारहरू...
    0 Comments 0 Shares 9059 Views 0 Reviews
  • देशी गाय का महत्व
    अज्ञात युगों से देसी मवेशी सनातन जीवन शैली का हिस्सा रहे हैं। इसने मानव जाति को खेतों में हल चलाने में, सड़कों पर बोझ ढोने में, घर में दूध और मूत्र और गाय के गोबर से दैनिक जीवन में कई अन्य उपयोगों के लिए मदद की है। देसी गाय को न केवल लाभ के स्रोत के रूप में देखा जाता है, बल्कि एक परिवार के सदस्य के रूप में भी माना जाता है और एक मातृ स्थिति के साथ पूजनीय है और अक्सर "गौ माता" कहा जाता है।...
    Love
    1
    0 Comments 0 Shares 7798 Views 0 Reviews
  • नेपाल महिमा
    पूर्व पश्चिम मेची काली नेपाल कोठेबारी । हिमाल पहाड तराई राम्रो हाम्रो फूलबारी ।। नदी नाला झरना हिमाल सुन्दर प्रकृति । बहुजाती दिलका साथी साझा संस्कृति ।। भाषा र भेष रीति र रिवाज बचाओें आफैले । बलियो बनओें नेपाली एकता नहल्लाओस् कसैले ।। विश्वको शिर सगरमाथा शान्तिको शिर बुद्ध । बुद्धि र योजना नेपाली पसिना नेपाल समृद्ध । बाडिन्न नेपाल भाँडिन्न नेपाल नेपाली एक मनले । बलियो नेपाल हरियो...
    Like
    1
    1 Comments 0 Shares 9318 Views 0 Reviews
  • सनातन धर्म मे पंचदेव की महिमा।
    रविर्विनायकश्चण्डी ईशो विष्णुस्तथैव च। अनुक्रमेण पूज्यन्ते व्युत्क्रमे तु महद् भयम्।। शास्त्रों के अनुसार परब्रह्म परमात्मा निराका है, निराकार ब्रह्म ने अपने साकार रूप में पांच देवों को उपासना के लिए निश्चित किया जिन्हें पंचदेव कहते हैं। ये पंचदेव हैं- विष्णु, शिव, गणेश, सूर्य और शक्ति है जो पंचभूतों के अधिष्ठाता (स्वामी) है।  1- गणेशजी जल तत्त्व के अधिपति होने के कारण उनकी सर्वप्रथम...
    0 Comments 0 Shares 6396 Views 0 Reviews
  • By
    By
    By
    By
    By
    By